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साबात्मे,पॉल | फ्रांस | १९१२ | धातूंच्या चुर्णाच्या सान्निध्यांत कार्बनी संयुगांच्या हायड्रोजनीकरणाची पद्दत |
साॅडी, फ्रॅडरिक | ब्रिटन | १९२१ | किरणोत्सर्गी द्रव्यांचें रसायनशास्त्र, समस्थानिकांची उपस्थिती आनी स्वरूप |
सिंग, रिचर्ड लाॅरेन्स मिलिग्टन | अमेरिका | १९५२ | वर्णलेखनावरवीं मूलद्रव्यां वळखुपाची आनी वेगळीं करपाची पद्दत |
सीबाॅर्ग, ग्लेन थीओडोर | अमेरिका | १९५१ | युरेनियमोत्तर मूलद्रव्यांविशीं सोद |
स्टॅन्ली, वँडेल मॅरिडिथ | अमेरिका | १९४६ | शुद्ध रुपांत एंझायमांची आनी व्हायरस प्रथिनांची निर्मिती |
स्टायन, विल्यम हाॅवर्ड | अमेरिका | १९७२ | एंझायमांची आनी व्हायरस प्रथिनांची निर्मिती. |
स्टउडिंगर, हॅर्मान | जर्मनी | १९५३ | बृहत रेणुविशीं कार्य. |
स्यिमॅानाॅव्ह,न्यिकली न्यिक्लएव्हिच | रशिया | १९५६ | रेणुचे संरचनेविशींचें कार्य |
स्व्हेडबॅरी,तेओदोर | स्विडन | १९२६ | अपस्करण प्रणालीविशीं कार्य |
हर्झबर्ग, गॅरहार्ट | कॅनडा | १९७१ | रेणुचें संरचनेविशींचें कार्य |
हर्षबर्ग, डुडली | अमेरिका | १९८६ | विक्रिया गतिकी हो रसायन शास्त्रातलो फांटो सोदिल्ले खातीर |
हॅसेल, आॅड | नाॅर्वे | १९६९ | कार्बनी संयुगाचे प्रत्यक्ष त्रिमितीय आकार थारोवपाचें काम |
हान, ओटो | जर्मनी | १९४४ | जड अणूकेंद्रांच्या भंजनाचो सोद |
हावर, फ्रित्झ | जर्मनी | १९१८ | घटक मूलद्रव्या पसून आमोनियाचें संश्लेशण. |
हार्डन,आर्थर | ब्रिटन | १९२५ | शर्कराचें किण्वन आनी तें घडोवपी एंझायमां हांचे अनुसंधान. |
ह२नकीन, डाॅराॅथी क्रोकूट | ब्रिटन | १९६४ | मारक पंडुरोगावयल्या उपचारांत गरजेच्या थरिल्ल्या जीवनरसायनीक संयुगाची संरचना निश्र्वीती. |
हॅाप्टमॅन,हर्बर्ट | अमेरिका | १९८५ | रेणुचे त्रिमितीय रचणुकेची पारख करपाक गणितीय पद्दत आंखिल्ले खातीर |
हाॅफमॅन, रोल्ड | अमेरिका | १९८१ | रसायनीक विक्रियेच्या यंत्रणेचो सिद्धांत विकसीत केल्ले खातीर |
हाॅर्थ, वाॅल्टर नाॅर्मन | ब्रिटन | १९३७ | कार्बोहायड्रेटां आनी क जीवनसत्वाचें संशोधन |
हिंशेलवुड, सिर्ल | ब्रिटन | १९५६ | रसायनीक विक्रियांच्या गतिकीसंबंदीचें कार्य |
हॅरोव्हस्की,यारोस्लाक | चॅकोस्लोव्हाकीया | १९५९ | विद्युत ध्रुवणलेखनाचो सोद आनी विकास |
ह्यूबर,राॅबर्ट | जर्मनी | १९८८ | उजवाडा संश्लेशण पद्दतींत दरेक अणू धरून रेणूचे रचणुकेची पारख केल्ले खातीर |
भौतिकशास्त्र
अँडरसन, कार्ल डेव्हिड | अमेरिका | १९३६ | पाॅझिट्रोनाचो सोद |
अँडरसन, फिलीप डब्ल्यू | अमेरिका | १९७७ | चुंबकीय आनी अक्रमती पद्दतीच्या इलॅक्ट्राॅनीक संरचनेचें मूलभूत सैद्धांतिक अनुसंधान |
अॅपलटन,सर एडवर्ड व्हिक्टर | ब्रिटन | १९४७ | उच्च वातावरणांतल्या अॅपलटन घराचो सोद. |
आल्फव्हेन, हान्नेस | स्विडन | १९७० | चुंबकीय द्रवगतिकी, प्रतिलोहचुंबकत्व,लोही चुंबकत्व हेविशींचें कार्य |
आल्वारिस, लुईस वाॅल्टर | अमेरिका | १९६८ | मूलकणांविशी कार्य, मूलकणांच्या अनुस्पंदन अवस्थांचो सोद |
आयन्स्टायन, आल्बर्ट | स्वित्झर्लंड | १९२१ | सैद्धांतिक भौतिकीय व्हड कार्य |
एसाकी लिवो | जपान | १९७३ | अर्दसंवाहक आनी अतिसंवाहक पदार्थांतलो सुरंग परिणाम |
कॅपित्सा, पिटर लिवो लिडोवीच | रशिया | १९७८ | वैश्विक सुक्ष्मतरंगांचे फाटभुंयेच्या प्रारणाचो सोद |
कॅसलर, आल्फ्रॅड | फ्रांस | - | अणूंतल्या हर्टझी अनुस्पंदन अभ्यासपा खातीर प्रकाशीय हद्दत सोदून तिचो विकास केलो. |
कामर्लिंग ओनेस, हायक | नॅदर्लंडस | १९१३ | नीच तापमानाक द्रव्याच्या गुणधर्माचें अनुसंधान; |
काॅक्राॅफूट, सर जाॅन डग्लस | ब्रिटन | १९५१ | कृत्रीम तरेन प्रवेघित केल्ल्या कणांनी अणुकेंद्रांच्या द्रव्यतरणाचो अभ्यास |
काॅम्पटन, आर्थर हाॅली | अमेरिका | १९२५ | प्रकिर्णन जाल्ल्या क्ष-किरणांतल्या तरंगलांबीय बदलांचो सोद |